Monday, June 27, 2011

* गौरीपतिशतनामस्तोत्रम् * June 27, 2011 at 8:12am



नमो रुद्राय नीलाय भीमाय परमात्मने कपर्दिने सुरेशाय व्योमकेशाय वै नम: ।। १ ।।

 

वृषभध्वजाय सोमाय सोमनाथाय शम्भवे दिगम्बराय भर्गाय उमाकान्ताय वै नम: ।।।।

 

तपोमयाय भव्याय शिवश्रेष्ठाय विष्णवे व्यालप्रियाय व्यालानां पतये नम: ।।।।

 

महीधराय व्याघ्राय पशुनां पतये नम: पुरान्त्काय सिंहाय शार्दूलाय मखाय च ।।।।

 

मीनाय मीननाथाय सिद्धाय परमेष्ठिने कामान्तकाय बुद्धाय बुद्धिनां पतये नम: ।।।।

 

कपोताय विशिष्टाय शिष्टाय सकलात्मने वेदाय वेद्जीवाय वेदगुह्याय वै नम: ।।।।

 

दीर्घाय दीर्घरूपाय दीर्घार्थायाविनाशिने नमो जगत्प्रतिष्ठाय व्योमरूपाय वै नम: ।।।।

 

गजासुर महाकालायान्धकासुरभेदिने नीललोहितशुक्लाय चण्डमुण्डप्रियाय च ।।।।

 

भक्तिप्रियाय देवाय ज्ञात्रे ज्ञानाव्ययाय च महेशाय नमस्तुभ्यं महादेव हराय च ।।।।

 

त्रिनेत्राय त्रिवेदाय वेदांगाय नमो नम: अर्थाय चार्थरूपाय परमार्थाय वै नम: ।। १० ।।

 

विश्वरूपाय विश्वाय विश्वनाथाय वै नम: शंकराय च कालाय कालावयवरूपिणे ।। ११ ।।

 

अरूपाय विरूपाय सूक्ष्मसूक्ष्माय वै नम: श्मशानवासिने भूयो नमस्ते कृत्तिवाससे ।। १२ ।।

 

शशांकशेखारायेशायोग्रभूमिशयाय च दुर्गाय दुर्गपाराय दुर्गावयवसाक्षीणे ।। १३ ।।

 

लिंगरूपाय लिंगाय लिंगानां पतये नम: नम: प्रलयरूपाय प्रणवार्थाय वै नम: ।। १४ ।।

 

नमो नम: कारणकारणाय मृत्युंजयायात्मभवस्वरूपिणे 

 

श्रीत्रयम्बकायासितकंठशर्व गौरीपते सकलमंगलहेतवे नम: ।। १५ ।।

 

|| इति श्री गौरीपति शत नाम स्तोत्रं सम्पूर्णम  ||